भारत की प्रशासनिक सेवाओं में महिलाओं की बढ़ती भूमिका का एक और शानदार उदाहरण सामने आया है। भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) 2014 बैच की अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी यह नियुक्ति उनकी प्रशासनिक दक्षता, कूटनीतिक समझ और विदेश नीति के गहरे अनुभव को दर्शाती है। यह न केवल उनके करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि भारत की नीति निर्माण प्रक्रिया में उनकी बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित करती है।
शिक्षा और प्रारंभिक करियर
निधि तिवारी का संबंध वाराणसी, उत्तर प्रदेश से है और उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। 2013 में उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त की और भारतीय विदेश सेवा (IFS) में चयनित हुईं। इस सफलता के पूर्व वे वाराणसी में सहायक आयुक्त (वाणिज्य कर विभाग) के पद पर कार्यरत थीं, जिससे उनकी प्रशासनिक क्षमताओं का पता चलता है।
राजनयिक करियर और विदेश मंत्रालय में भूमिका
1. विदेश मंत्रालय (MEA) में योगदान
आईएफएस अधिकारी के रूप में नियुक्ति के बाद निधि तिवारी ने विदेश मंत्रालय में विभिन्न अहम जिम्मेदारियां संभालीं। वे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और निःशस्त्रीकरण विभाग में कार्यरत रहीं, जहाँ उन्होंने वैश्विक सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय संधियाँ और कूटनीतिक वार्ताओं में अपना योगदान दिया। उनकी विदेश नीति संबंधी गहरी समझ ने उन्हें इस क्षेत्र में एक कुशल अधिकारी के रूप में स्थापित किया।
2. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में पदस्थापना
निजी सचिव बनने से पहले निधि तिवारी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। इस दौरान वे विदेश नीति, सुरक्षा मामलों, परमाणु ऊर्जा और राज्य प्रशासन (विशेषकर राजस्थान) से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों का संचालन कर रही थीं। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर कई रणनीतिक नीतियों के निर्माण में योगदान दिया।
प्रधानमंत्री की निजी सचिव के रूप में नियुक्ति
नई भूमिका की अहमियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव के रूप में नियुक्त होना किसी भी अधिकारी के लिए एक प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है। यह भूमिका उत्कृष्ट प्रशासनिक क्षमता, गहरी कूटनीतिक समझ और त्वरित निर्णय लेने की दक्षता की मांग करती है।
उनकी नियुक्ति सरकार के विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक सहयोग को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पीएमओ में आईएफएस अधिकारियों की बढ़ती भागीदारी यह दर्शाती है कि भारत अब वैश्विक कूटनीति को और अधिक महत्व दे रहा है।
प्रधानमंत्री के निजी सचिव के रूप में उनकी प्रमुख जिम्मेदारियां
- प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों का समन्वय – उच्च स्तरीय बैठकों, विदेश दौरों और महत्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णयों के प्रबंधन में सहायक भूमिका निभाना।
- विदेश नीति और कूटनीतिक मामलों पर सलाह – अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर पीएम को महत्वपूर्ण जानकारी और सलाह प्रदान करना।
- विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी एजेंसियों के बीच तालमेल – पीएमओ और अन्य सरकारी विभागों के बीच प्रभावी समन्वय स्थापित करना।
- गोपनीय दस्तावेजों और नीतिगत निर्णयों का प्रबंधन – संवेदनशील मामलों और सरकारी योजनाओं से जुड़ी फाइलों को सुरक्षा और गोपनीयता के साथ संभालना।
भारतीय प्रशासन और विदेश नीति पर प्रभाव
निधि तिवारी की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत अपनी वैश्विक स्थिति को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अधिक प्रभावी भूमिका निभाने की ओर अग्रसर है। उनका राजनयिक अनुभव और प्रशासनिक क्षमता भारत की कूटनीतिक रणनीतियों, व्यापार वार्ताओं और वैश्विक सुरक्षा नीतियों को और अधिक मजबूती प्रदान करेगी।
यह ध्यान देने योग्य है कि अब पीएमओ में सात आईएफएस अधिकारी कार्यरत हैं, जो दर्शाता है कि मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय संबंधों को कितना महत्व दे रही है। निधि तिवारी की विशेषज्ञता और अनुभव, भारत के वैश्विक सहयोग, द्विपक्षीय वार्ताओं और बहुपक्षीय समझौतों को और अधिक प्रभावशाली बनाने में सहायक होंगे।
निष्कर्ष
निधि तिवारी की यात्रा, एक समर्पित सिविल सेवक से लेकर प्रधानमंत्री की निजी सचिव बनने तक, उनकी कड़ी मेहनत, प्रशासनिक योग्यता और कूटनीतिक कौशल का प्रमाण है। उनकी नियुक्ति न केवल भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रशासनिक रणनीति में उनकी गहरी समझ भारत की वैश्विक स्थिति को और अधिक प्रभावशाली बनाने में मदद करेगी। इस नई भूमिका में, उनकी कुशलता और निर्णय लेने की क्षमता निश्चित रूप से भारतीय प्रशासन और विदेश नीति पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।
News Source: https://www.thehindu.com/news/national/ifs-officer-nidhi-tewari-appointed-private-secretary-to-pm/article69395640.ece